तोरी के साथ कहाँ जाना है?

तो, हर साल की तरह, गाँव के सभी कोनों से और उनके अपने बगीचे से तोरी की टिक्की रसोई में मेरे पास आती है ... अब इसका क्या? केवल पुलाव और सूप, एक पंक्ति में आठ सप्ताह और फिर सर्दियों में आपके पास और कुछ नहीं है।

अब मेरे पास एक विचार था: गिलास में तोरी केक जगाओ!

एक गिलास में केक शायद सिर्फ हिट है, और तोरी केक स्वाद है, लेकिन अब हर बच्चे को जानता है! फिर तोरी पर कसा हुआ और इस शाम को तोरी के शौकीन हैं।

तोरी नियत में भारी खोट कन्हैया चोट लगी छाती में | बहुत सुरीला लोक कृष्ण भजन | सविता यादव | अप्रैल 2024